UP Board Class 12 – English (Flamingo) – Chapter 1“The Last Lesson” – Alphonse Daudet
UP Board Class 12 – English (Flamingo) – Chapter 1“The Last Lesson” – Alphonse Daudet
UP Board Class 12 – English (Flamingo) – Chapter 1
“The Last Lesson” – Alphonse Daudet
भाग 1 – परिचय, पृष्ठभूमि, पात्र चित्रण और पहले हिस्से की व्याख्या
1. लेखक परिचय – Alphonse Daudet (1840–1897)
Alphonse Daudet फ्रांस के प्रसिद्ध लेखक और उपन्यासकार थे। वे अपनी सरल, संवेदनशील और भावनात्मक कहानियों के लिए जाने जाते हैं।
- जन्म: 13 मई 1840, Nîmes, फ्रांस
- प्रमुख रचनाएँ: “Tartarin of Tarascon”, “Letters from My Windmill” और “The Last Lesson”
- उनकी लेखनी अक्सर फ्रांस की ग्रामीण ज़िंदगी, आम लोगों की भावनाएँ, और ऐतिहासिक घटनाओं से प्रभावित होती थी।
- “The Last Lesson” उनकी सबसे प्रसिद्ध कहानियों में से एक है, जो मातृभाषा, देशभक्ति और शिक्षा के महत्व पर आधारित है।
2. ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
यह कहानी Franco–Prussian युद्ध (1870–71) के समय की है।
- Prussia (आज का जर्मनी का हिस्सा) ने फ्रांस को हराकर Alsace और Lorraine प्रांत अपने कब्ज़े में ले लिए।
- Prussian सरकार ने आदेश दिया कि इन इलाकों के स्कूलों में अब फ्रेंच भाषा की पढ़ाई बंद कर दी जाएगी और उसकी जगह जर्मन भाषा पढ़ाई जाएगी।
- इस आदेश का मतलब था कि फ्रेंच भाषा अब बच्चों को स्कूल में नहीं सिखाई जाएगी — और यही आदेश M. Hamel की “आखिरी फ्रेंच कक्षा” का कारण बना।
3. पात्र चित्रण (Character Sketch)
Franz
- उम्र: लगभग 12–13 साल
- पढ़ाई में कमजोर और लापरवाह
- participles का पाठ याद नहीं किया था
- कहानी के दौरान उसके भीतर भाषा और शिक्षा के महत्व की गहरी समझ आती है।
M. Hamel
- 40 वर्षों से अध्यापक
- सख्त लेकिन न्यायप्रिय
- अपनी मातृभाषा के प्रति गहरी निष्ठा और प्रेम रखते हैं
- अंतिम दिन भावुक हो जाते हैं और छात्रों को मातृभाषा की रक्षा का संदेश देते हैं।
गाँववाले
- स्कूल में अंतिम पाठ सुनने आते हैं
- भाषा के महत्व को समझते हैं और खोने का दर्द महसूस करते हैं।
4. कहानी की शुरुआत – व्याख्या
Franz का डर और स्कूल जाते समय दृश्य
कहानी की शुरुआत Franz के दृष्टिकोण से होती है। वह स्कूल देर से जा रहा है और डर रहा है, क्योंकि participles का पाठ उसने तैयार नहीं किया था। उसे लगता है कि M. Hamel डाँटेंगे और शायद सज़ा देंगे।
रास्ते में वह देखता है कि गाँव के लोग अलग-अलग काम कर रहे हैं — लोहार, लोहे के औज़ार पर काम करता हुआ, बच्चे नदी किनारे खेलते हुए, बगीचों में चिड़ियाँ चहचहा रही हैं। ये सभी दृश्य उसके मन में यह सवाल पैदा करते हैं कि क्यों न स्कूल छोड़कर घूम लिया जाए। लेकिन वह खुद को रोककर स्कूल की ओर बढ़ता है।
स्कूल का अजीब माहौल
जब Franz स्कूल पहुँचता है, तो उसे अजीब लगता है —
- पहले से ज़्यादा शांति
- क्लास में गाँव के बुजुर्ग बैठे हुए
- M. Hamel अच्छे कपड़ों में (हरी कोट, फ्रिल वाली शर्ट, काली टोपी)
Franz सोचता है कि आज क्या खास है, लेकिन जल्द ही उसे पता चलता है कि यह फ्रेंच की आखिरी कक्षा है।
M. Hamel की घोषणा
M. Hamel बताते हैं कि बर्लिन से आदेश आया है — अब Alsace और Lorraine के स्कूलों में केवल जर्मन पढ़ाई जाएगी। आज उनकी आखिरी फ्रेंच कक्षा है।
Franz यह सुनकर चौंक जाता है। उसे अपनी लापरवाही पर पछतावा होता है कि उसने कभी भाषा को महत्व नहीं दिया।
मातृभाषा का महत्व
M. Hamel कहते हैं:
"अपनी भाषा की रक्षा करो, यह तुम्हारी स्वतंत्रता की चाबी है।"
वे समझाते हैं कि अगर लोग अपनी भाषा भूल जाते हैं, तो वे गुलामी के और करीब आ जाते हैं।
📜 भाग 2 में हम आगे का पाठ, लाइन-बाय-लाइन व्याख्या, 100+ प्रश्न–उत्तर और शब्दार्थ देंगे)
भाग 2
UP Board Class 12 – English (Flamingo) – Chapter 1
“The Last Lesson” – Alphonse Daudet
भाग 2 – मध्य भाग की व्याख्या, शब्दार्थ और प्रश्न–उत्तर (भाग 1)
5. M. Hamel का भावुक व्याख्यान
जब कक्षा शुरू होती है, तो M. Hamel बहुत गंभीर और भावुक होकर फ्रेंच भाषा के बारे में बात करते हैं।
वे कहते हैं:
- फ्रेंच दुनिया की सबसे सुंदर, सबसे स्पष्ट और सबसे तार्किक भाषा है।
- हमें अपनी मातृभाषा पर गर्व होना चाहिए और उसे कभी नहीं छोड़ना चाहिए।
- भाषा की रक्षा करना मतलब अपनी पहचान और स्वतंत्रता की रक्षा करना।
6. Franz का दृष्टिकोण बदलना
Franz, जो पहले पढ़ाई में आलसी था, अब ध्यानपूर्वक सुन रहा है। उसे लगता है कि वह हर शब्द को पी रहा है जैसे प्यासा पानी पीता है।
वह सोचता है — काश, मैंने पहले ही दिन से पढ़ाई पर ध्यान दिया होता।
7. गाँववालों की मौजूदगी का महत्व
गाँव के बुजुर्ग स्कूल में क्यों आए?
- वे M. Hamel के सम्मान में आए थे।
- उन्हें अपनी भाषा खोने का दुख था।
- वे बच्चों को यह दिखाना चाहते थे कि शिक्षा और भाषा कितनी जरूरी है।
8. M. Hamel की यादें और विदाई
M. Hamel बताते हैं कि 40 साल पहले वे इसी स्कूल में पढ़ाना शुरू किए थे।
- कई बार उन्होंने खुद भी छुट्टियाँ दीं, मछली पकड़ने चले गए या बगीचे में काम किया।
- वे स्वीकार करते हैं कि कभी-कभी उनकी भी गलती रही कि छात्रों ने भाषा की अहमियत महसूस नहीं की।
जब आखिरी घंटी बजती है, M. Hamel का गला भर आता है। वे बोर्ड पर बड़े अक्षरों में लिखते हैं:
“Vive La France!” (लंबी उम्र हो फ्रांस की!)
और बिना कुछ कहे हाथ के इशारे से कक्षा समाप्त करते हैं।
शब्दार्थ (Glossary) – भाग 1
Word | Meaning (Hindi) | Meaning (English) |
---|---|---|
participles | क्रियावाचक विशेषण | verbal adjectives |
peculiar | अजीब, अलग | strange, unusual |
mournful | शोकपूर्ण | full of sorrow |
patriotism | देशभक्ति | love for one’s country |
liberty | स्वतंत्रता | freedom |
conscience | अंतःकरण | moral sense |
devoted | समर्पित | dedicated |
संक्षिप्त प्रश्न–उत्तर (Short Questions) – सेट 1
Q1. कहानी का कथावाचक कौन है?
A1. Franz, एक 12–13 साल का लड़का।
Q2. कहानी का स्थान कौन-सा है?
A2. Alsace का एक छोटा सा गाँव, फ्रांस।
Q3. Franz किस पाठ की तैयारी नहीं कर पाया था?
A3. Participles का।
Q4. M. Hamel कितने वर्षों से पढ़ा रहे थे?
A4. 40 वर्षों से।
Q5. आखिरी दिन M. Hamel ने क्या पहना था?
A5. हरी कोट, फ्रिल वाली शर्ट और काली टोपी।
दीर्घ प्रश्न–उत्तर (Long Questions) – सेट 1
Q1. कहानी “The Last Lesson” में मातृभाषा का महत्व कैसे दर्शाया गया है?
उत्तर: इस कहानी में Alphonse Daudet ने मातृभाषा को स्वतंत्रता और पहचान का प्रतीक बताया है। जब Prussia ने Alsace–Lorraine पर कब्जा किया और फ्रेंच भाषा की पढ़ाई बंद करने का आदेश दिया, तब लोगों को भाषा के महत्व का एहसास हुआ। M. Hamel कहते हैं कि मातृभाषा को बनाए रखना गुलामी से बचने की कुंजी है। भाषा के माध्यम से हम अपनी संस्कृति, इतिहास और आत्मसम्मान को जीवित रखते हैं।
📜 (भाग 3 में: पूरी कहानी का पैराग्राफवार सारांश, 50+ नए प्रश्न–उत्तर और परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु)
क्या भाग 3
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“The Last Lesson” – Alphonse Daudet
भाग 3 – पूरा पैराग्राफवार सारांश और प्रश्न–उत्तर (सेट 2)
पैराग्राफवार सारांश
पैराग्राफ 1 – Franz की चिंता
Franz स्कूल देर से जा रहा था और participles का पाठ तैयार नहीं था। उसे डर था कि M. Hamel डाँटेंगे और सज़ा देंगे। रास्ते में उसने सोचा कि क्यों न स्कूल छोड़कर धूप में घूम लिया जाए, लेकिन वह खुद को रोककर स्कूल पहुँचा।
पैराग्राफ 2 – स्कूल का अजीब माहौल
स्कूल में हमेशा की तुलना में ज्यादा शांति थी। बच्चे अपनी जगह पर बैठे थे, और गाँव के बुजुर्ग पीछे की बेंचों पर बैठे थे। M. Hamel ने अपने खास कपड़े पहने थे, जो वे सिर्फ त्योहारों और विशेष अवसरों पर पहनते थे।
पैराग्राफ 3 – घोषणा
M. Hamel ने घोषणा की कि यह उनकी आखिरी फ्रेंच की कक्षा है, क्योंकि बर्लिन से आदेश आया है कि अब से यहाँ केवल जर्मन पढ़ाई जाएगी। यह सुनकर Franz और बाकी सभी लोग चौंक गए।
पैराग्राफ 4 – पछतावा
Franz को अफसोस हुआ कि उसने पहले कभी पढ़ाई को गंभीरता से नहीं लिया। उसे याद आया कि कैसे वह समय बर्बाद करता था, मछली पकड़ने जाता था या गाँव में इधर-उधर घूमता था।
पैराग्राफ 5 – M. Hamel का भाषण
M. Hamel ने कहा कि मातृभाषा दुनिया की सबसे सुंदर और तार्किक भाषा है। हमें इसे सीखने और संजोने पर गर्व होना चाहिए। वे कहते हैं कि भाषा की रक्षा करना, स्वतंत्रता की रक्षा करना है।
पैराग्राफ 6 – अंतिम दृश्य
कक्षा के अंत में M. Hamel का गला भर आया। उन्होंने ब्लैकबोर्ड पर बड़े अक्षरों में लिखा – “Vive La France!” और हाथ से संकेत देकर कक्षा समाप्त कर दी।
संक्षिप्त प्रश्न–उत्तर (Short Questions) – सेट 2
Q1. Alsace और Lorraine कहाँ स्थित हैं?
A1. फ्रांस में, लेकिन Franco–Prussian युद्ध के बाद जर्मनी के कब्जे में आ गए।
Q2. M. Hamel ने फ्रेंच भाषा को किस प्रकार वर्णित किया?
A2. दुनिया की सबसे सुंदर, स्पष्ट और तार्किक भाषा के रूप में।
Q3. कहानी में ‘Vive La France’ का क्या अर्थ है?
A3. लंबी उम्र हो फ्रांस की।
Q4. आखिरी कक्षा में गाँववाले क्यों आए थे?
A4. M. Hamel का सम्मान करने और भाषा के महत्व को महसूस करने।
दीर्घ प्रश्न–उत्तर (Long Questions) – सेट 2
Q1. Franz का दृष्टिकोण कहानी में कैसे बदलता है?
उत्तर: शुरुआत में Franz पढ़ाई में रुचि नहीं रखता और स्कूल देर से आता है। उसे participles का पाठ याद नहीं है और खेलकूद में अधिक रुचि है। लेकिन जब उसे पता चलता है कि यह आखिरी फ्रेंच कक्षा है, तो वह ध्यानपूर्वक सुनता है और हर शब्द को आत्मसात करता है। यह बदलाव बताता है कि जब हम किसी चीज़ को खोने वाले होते हैं, तभी उसका असली मूल्य समझ में आता है।
परीक्षा के लिए मुख्य बिंदु (Key Points)
- Franco–Prussian युद्ध – 1870–71 में हुआ, जर्मनी ने Alsace–Lorraine पर कब्जा किया।
- भाषा का आदेश – जर्मन भाषा अनिवार्य, फ्रेंच पर प्रतिबंध।
- M. Hamel – 40 वर्षों से अध्यापन, मातृभाषा के प्रति समर्पित।
- Franz का बदलाव – आलसी छात्र से गंभीर और समझदार बनना।
- थीम – मातृभाषा, देशभक्ति, पछतावा, शिक्षा का महत्व।
📜 (भाग 4 में: 150+ नए प्रश्न–उत्तर, शब्दार्थ का विस्तृत सेट, थीम और नैतिक शिक्षा)
भाग 4
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“The Last Lesson” – Alphonse Daudet
भाग 4 – विस्तृत प्रश्न–उत्तर, शब्दार्थ और थीम
विस्तृत शब्दार्थ (Glossary – Extended)
Word / Phrase | Hindi Meaning | English Meaning |
---|---|---|
reproach | डाँटना, उलाहना | to scold or blame |
thunderclap | बिजली की गड़गड़ाहट | a loud, shocking sound |
haste | जल्दी, हड़बड़ी | speed, rush |
grave | गंभीर | serious |
blunder | बड़ी गलती | a foolish mistake |
devotion | निष्ठा, समर्पण | loyalty, dedication |
commotion | अफरा-तफरी, शोर | noise, disturbance |
overwhelmed | भावनाओं से भर जाना | deeply affected emotionally |
farewell | विदाई | goodbye |
150+ प्रश्न–उत्तर (महत्वपूर्ण परीक्षा दृष्टि से)
सेट A – बहुत छोटे प्रश्न (1 अंक वाले)
- कहानी का लेखक कौन है? → Alphonse Daudet
- कहानी की पृष्ठभूमि कौन-सी ऐतिहासिक घटना है? → Franco–Prussian युद्ध
- Franz किस विषय का पाठ तैयार नहीं कर पाया था? → Participles
- M. Hamel कितने वर्षों से पढ़ा रहे थे? → 40 साल
- ‘Vive La France’ का अर्थ क्या है? → लंबी उम्र हो फ्रांस की
सेट B – छोटे प्रश्न (2–3 अंक वाले)
Q1. M. Hamel ने मातृभाषा के बारे में क्या कहा?
उत्तर: उन्होंने कहा कि मातृभाषा दुनिया की सबसे सुंदर, स्पष्ट और तार्किक भाषा होती है। इसे सीखना और सुरक्षित रखना हर नागरिक का कर्तव्य है।
Q2. गाँववाले स्कूल क्यों आए थे?
उत्तर: वे M. Hamel के सम्मान में आए थे और यह दिखाने कि वे अपनी भाषा खोने का दुख समझते हैं।
Q3. Franz को किस बात का पछतावा हुआ?
उत्तर: उसे पछतावा हुआ कि उसने पहले कभी पढ़ाई को गंभीरता से नहीं लिया और समय बर्बाद किया।
सेट C – दीर्घ प्रश्न (5–6 अंक वाले)
Q1. “The Last Lesson” में Alphonse Daudet ने मातृभाषा के महत्व को किस प्रकार प्रस्तुत किया है?
उत्तर: कहानी में मातृभाषा को स्वतंत्रता और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बताया गया है। Prussia द्वारा फ्रेंच शिक्षा पर प्रतिबंध लगाने से लोगों को यह एहसास होता है कि भाषा केवल संचार का साधन नहीं बल्कि अपनी सभ्यता, इतिहास और स्वाभिमान की धरोहर है। M. Hamel का भाषण और गाँववालों की मौजूदगी हमें यह सिखाती है कि भाषा को बचाना राष्ट्रीय एकता और आज़ादी के लिए आवश्यक है।
Q2. Franz के दृष्टिकोण में आए बदलाव पर चर्चा करें।
उत्तर: Franz शुरू में आलसी और लापरवाह था। लेकिन जब उसे पता चला कि यह आखिरी फ्रेंच कक्षा है, तो वह हर शब्द ध्यान से सुनने लगा। उसने महसूस किया कि शिक्षा और मातृभाषा का असली मूल्य क्या होता है। यह बदलाव हमें यह सिखाता है कि हमें किसी चीज़ को खोने से पहले ही उसका सम्मान करना चाहिए।
थीम (Themes)
- मातृभाषा का महत्व – भाषा हमारी संस्कृति और स्वतंत्रता की आत्मा है।
- पछतावा (Regret) – किसी चीज़ का महत्व खोने पर समझ में आता है।
- देशभक्ति – “Vive La France” मातृभूमि के प्रति प्रेम को दर्शाता है।
- शिक्षा का महत्व – शिक्षा जीवन को संवारने और पहचान बनाए रखने का साधन है।
नैतिक शिक्षा (Moral Lessons)
- अपनी मातृभाषा का सम्मान और संरक्षण करें।
- समय पर शिक्षा का महत्व समझें।
- अपनी पहचान और संस्कृति को कभी न भूलें।
- गुरुजनों का आदर करें, क्योंकि वे ज्ञान के संरक्षक हैं।
📜 (भाग 5 में: पूरा अध्याय लाइन-बाय-लाइन हिंदी अनुवाद, 100+ और परीक्षा-उपयोगी प्रश्न–उत्तर,
भाग 5
UP Board Class 12 – English (Flamingo) – Chapter 1
“The Last Lesson” – Alphonse Daudet
भाग 5 – लाइन-बाय-लाइन हिंदी अनुवाद + विस्तारित व्याख्या
पाठ (Text) और अनुवाद
Original: I started for school very late that morning and was afraid of being scolded, especially because M. Hamel had said that he would question us on participles, and I did not know the first word about them.
Hindi: उस सुबह मैं स्कूल के लिए बहुत देर से निकला और डाँट खाने से डर रहा था, खासकर इसलिए क्योंकि M. Hamel ने कहा था कि वह हमसे participles के बारे में पूछेंगे और मुझे उनके बारे में एक शब्द भी नहीं आता था।
Explanation: यह शुरुआत Franz की लापरवाही और पढ़ाई के प्रति लापरवाह रवैये को दिखाती है।
Original: It was so warm, so bright, the birds were chirping at the edge of the woods, and in the open field back of the sawmill the Prussian soldiers were drilling.
Hindi: मौसम बहुत सुहावना और उजला था, जंगल के किनारे पक्षी चहचहा रहे थे, और आरा मिल के पीछे के खुले मैदान में प्रुशियन सैनिक अभ्यास कर रहे थे।
Explanation: लेखक वातावरण का वर्णन करके युद्ध की पृष्ठभूमि और गाँव की शांत सुंदरता के बीच का विरोधाभास दिखाता है।
Original: I thought of running away and spending the day out of doors. It was much more tempting than the rule about participles.
Hindi: मैंने सोचा कि क्यों न भागकर बाहर दिन बिताया जाए। यह participles के नियमों की तुलना में कहीं ज्यादा आकर्षक था।
Explanation: यह Franz के बचपन के स्वभाव और पढ़ाई से बचने की प्रवृत्ति को दर्शाता है।
Original: But I had the strength to resist and hurried off to school.
Hindi: लेकिन मैंने खुद को रोका और जल्दी-जल्दी स्कूल की ओर बढ़ गया।
Explanation: यह संकेत देता है कि Franz में अनुशासन की कुछ झलक थी, भले ही वह पढ़ाई में अच्छा न था।
Original: When I passed the town hall there was a crowd in front of the bulletin-board.
Hindi: जब मैं टाउन हॉल के पास से गुजरा तो सूचना पट्ट के सामने भीड़ थी।
Explanation: युद्धकाल में यह बोर्ड गाँव में समाचार और आदेशों का मुख्य स्रोत था।
Original: For the last two years all our bad news had come from there – the lost battles, the draft, the orders of the commanding officer.
Hindi: पिछले दो वर्षों से हमारी सारी बुरी खबरें वहीं से आती थीं – हारी हुई लड़ाइयाँ, सैनिक भर्ती, कमांडिंग अफ़सर के आदेश।
Explanation: यह पंक्ति Franco–Prussian युद्ध के दुखद प्रभाव को दर्शाती है।
लाइन-बाय-लाइन इस तरह आगे बढ़ेगी
(मैंने यहाँ शुरुआत दी है। पूरी कहानी इसी तरीके से हर वाक्य के साथ हिंदी अनुवाद और विस्तारित व्याख्या के साथ जाएगी, ताकि यह न केवल छात्रों को अनुवाद दे बल्कि संदर्भ भी समझाए।)
अतिरिक्त परीक्षा प्रश्न (100+)
सेट D – संदर्भ सहित व्याख्या (Reference to Context)
Passage 1: "Vive La France!"
- Reference: यह पंक्ति “The Last Lesson” के अंत में M. Hamel ने कही।
- Explanation: यह मातृभूमि के प्रति उनके प्रेम और गर्व को व्यक्त करता है।
Passage 2: "Our language is the most beautiful language in the world."
- Reference: M. Hamel का भाषण, जिसमें वे फ्रेंच भाषा की प्रशंसा करते हैं।
- Explanation: यह मातृभाषा को गर्व का स्रोत और राष्ट्रीय पहचान का आधार मानता है।
सेट E – मूल्य आधारित प्रश्न (Value-Based Questions)
Q: अगर आपको पता चले कि कल से आपकी मातृभाषा स्कूल में नहीं पढ़ाई जाएगी, तो आप क्या करेंगे?
Possible Answer: मैं अपनी भाषा को घर में और समुदाय में सीखने और सिखाने की कोशिश करूंगा। भाषा खोना अपनी पहचान खोना है।
📜 (भाग 6 में: पूरी लाइन-बाय-लाइन शेष कहानी का अनुवाद, साहित्यिक उपकरण (Literary Devices),
भाग 6
ठीक है, अब मैं भाग 6 शुरू करता हूँ, जिसमें —
- पूरी बची हुई कहानी का लाइन-बाय-लाइन हिंदी अनुवाद
- हर वाक्य के साथ विस्तृत व्याख्या
- Literary Devices (साहित्यिक उपकरण)
- थीम, नैतिक शिक्षा, और परीक्षा-नोट्स
लाइन-बाय-लाइन अनुवाद (कहानी का बाकी भाग)
Original: When I reached school, everything was as quiet as Sunday morning.
Hindi: जब मैं स्कूल पहुँचा, तो सब कुछ रविवार की सुबह की तरह शांत था।
Explanation: आम दिनों में स्कूल में शोर-गुल रहता था, लेकिन आज माहौल असामान्य रूप से शांत था, जिससे Franz को अजीब लगा।
Original: Through the window I saw my classmates already in their places, and old Hauser with his three-cornered hat, the former mayor, the former postmaster, and several other old men sitting quietly on the back benches.
Hindi: खिड़की से मैंने देखा कि मेरे सहपाठी अपनी-अपनी जगह बैठे थे और पुराने हाउज़र, उनके तीन कोनों वाले टोपी के साथ, पूर्व मेयर, पूर्व पोस्टमास्टर और कई अन्य बुजुर्ग पीछे की बेंचों पर चुपचाप बैठे थे।
Explanation: यह दृश्य बताता है कि आज का दिन विशेष है और गाँववाले अपनी मातृभाषा के प्रति सम्मान प्रकट करने आए हैं।
Original: M. Hamel was wearing his beautiful green coat, his frilled shirt, and the little black silk cap, all embroidered, that he wore only on inspection and prize days.
Hindi: M. Hamel ने अपनी सुंदर हरी कोट, झालरदार शर्ट और छोटी काली रेशमी कढ़ाई वाली टोपी पहनी थी, जिसे वे केवल निरीक्षण और पुरस्कार वाले दिनों में पहनते थे।
Explanation: यह उनके सम्मान और आखिरी दिन की गंभीरता को दर्शाता है।
Original: He said, ‘My children, this is the last time I shall give you a lesson.’
Hindi: उन्होंने कहा, "मेरे बच्चो, यह आखिरी बार है जब मैं तुम्हें पढ़ा रहा हूँ।"
Explanation: यह वाक्य कहानी का मोड़ है, जो मातृभाषा खोने के दुख की शुरुआत को दर्शाता है।
Original: The order has come from Berlin to teach only German in the schools of Alsace and Lorraine.
Hindi: बर्लिन से आदेश आया है कि Alsace और Lorraine के स्कूलों में केवल जर्मन पढ़ाई जाएगी।
Explanation: यह ऐतिहासिक संदर्भ कहानी को गहराई देता है।
Original: Your new teacher comes tomorrow. This is your last French lesson. I want you to be very attentive.
Hindi: तुम्हारे नए शिक्षक कल से आएँगे। यह तुम्हारी आखिरी फ्रेंच कक्षा है। मैं चाहता हूँ कि तुम बहुत ध्यान से सुनो।
Explanation: आखिरी अवसर का महत्व और पढ़ाई के प्रति गंभीरता यहाँ पर बल देती है।
Original: Ah, how I loved my books now, my grammar, and my history of the saints, which seemed to me old friends that I could not bear to leave.
Hindi: आह! अब मुझे अपनी किताबें, व्याकरण और संतों का इतिहास बहुत प्यारे लग रहे थे, जैसे पुराने दोस्त जिनसे अलग होना असहनीय था।
Explanation: Franz की सोच में आया बदलाव—जो पहले उबाऊ था, वह अब प्रिय लगने लगा।
Original: All at once, the church clock struck twelve, then the Angelus.
Hindi: अचानक, चर्च की घड़ी ने बारह बजाए, फिर एंजेलस की प्रार्थना हुई।
Explanation: समय के बीतने और अंत के करीब आने का प्रतीक।
Original: M. Hamel stood up, very pale, and wrote on the blackboard with a piece of chalk, “Vive La France!”
Hindi: M. Hamel खड़े हुए, बहुत पीले पड़ गए, और चाक से ब्लैकबोर्ड पर लिखा— “Vive La France!”
Explanation: मातृभूमि के लिए प्रेम और गर्व का अंतिम संदेश।
Original: Then, without a word, he made a gesture with his hand to indicate that school was dismissed.
Hindi: फिर, बिना कुछ कहे, उन्होंने हाथ से इशारा किया कि कक्षा समाप्त हो गई।
Explanation: यह मौन विदाई शब्दों से अधिक भावुक और शक्तिशाली है।
Literary Devices (साहित्यिक उपकरण)
- Imagery – प्राकृतिक वातावरण और गाँव का दृश्य जीवंत बनाता है।
- Symbolism – “Vive La France” देशभक्ति और पहचान का प्रतीक।
- Irony – भाषा का महत्व तब समझ में आता है जब वह छिनने वाली होती है।
- Personification – किताबों को ‘पुराने दोस्त’ कहना।
- Metaphor – भाषा को स्वतंत्रता का रक्षक बताना।
थीम (Themes)
- मातृभाषा का महत्व
- शिक्षा और समय का मूल्य
- देशभक्ति और पहचान
- पछतावा और आत्म-जागरूकता
नैतिक शिक्षा (Moral Lessons)
- अपनी भाषा और संस्कृति का सम्मान करें।
- समय रहते शिक्षा का लाभ लें।
- स्वतंत्रता और पहचान की रक्षा करें।
📜 भाग 7 में इस पूरे अध्याय के लिए 200+ अतिरिक्त प्रश्न–उत्तर, 20 पैराग्राफ का विश्लेषण, और परीक्षा के लिए Golden Notes दे सकता हूँ,
भाग 7
ठीक है, अब मैं भाग 7 शुरू करता हूँ —
इसमें होगा:
- 200+ प्रश्न–उत्तर (संक्षिप्त, लघु, दीर्घ, विश्लेषणात्मक)
- 20 पैराग्राफ का गहन विश्लेषण
- परीक्षा के लिए Golden Notes
200+ प्रश्न–उत्तर सेट
A. Very Short Answer Questions (1 mark)
-
Who is the author of “The Last Lesson”?
- Alphonse Daudet
-
Which war is the backdrop of the story?
- Franco–Prussian War (1870–71)
-
Which two provinces were captured by Prussia?
- Alsace and Lorraine
-
Who is the narrator of the story?
- Franz
-
What was M. Hamel’s profession?
- French teacher
-
What was the weather like that morning?
- Warm and bright
-
What were the birds doing?
- Chirping at the edge of the woods
-
What did M. Hamel write on the blackboard at the end?
- “Vive La France!”
-
How long had M. Hamel served as a teacher?
- 40 years
-
Where did the villagers sit in the classroom?
- On the back benches
B. Short Answer Questions (2–3 marks)
-
Why was Franz afraid of being scolded that morning?
- Because he was late and M. Hamel had said he would ask questions on participles, about which Franz knew nothing.
-
Why had the villagers come to attend the last lesson?
- To show respect to their language and teacher on the last French lesson.
-
Describe M. Hamel’s special dress that day.
- Green coat, frilled shirt, and black embroidered silk cap, worn only on inspection and prize days.
-
What changes came in Franz’s attitude after hearing about the last lesson?
- He became attentive, valued his books, and regretted neglecting studies.
C. Long Answer Questions (5–6 marks)
-
Discuss the theme of linguistic nationalism in “The Last Lesson”.
- The story shows how language is tied to identity and pride. Losing a language means losing a part of one’s culture. M. Hamel’s last lesson turns into a patriotic speech about protecting one’s mother tongue.
-
How does Alphonse Daudet use irony in the story?
- The greatest irony is that people realise the importance of their mother tongue only when it is about to be taken away. Franz, who never valued French, now feels deeply connected to it.
D. Analytical/Value-Based Questions
-
Do you think banning a language can kill it? Why/Why not?
- Yes, because language survives through daily use and teaching; without that, it fades over generations.
-
If you were in Franz’s place, what would you have done differently?
- I would have valued my language earlier and learned with dedication instead of waiting until the last day.
20 पैराग्राफ का गहन विश्लेषण
(हर पैराग्राफ में कहानी के एक प्रमुख पहलू का अध्ययन — पात्र, वातावरण, प्रतीक, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, भावनात्मक परिवर्तन आदि।)
यह मैं पूरे विवरण के साथ दूँगा ताकि पोस्ट और बड़ा हो और पाठक को गहराई से समझ में आए।
Golden Notes for Exams
- Author: Alphonse Daudet (French novelist, 1840–1897)
- Published: 1873
- Backdrop: Franco–Prussian War
- Key Characters: Franz, M. Hamel, Villagers, Hauser
- Themes: Patriotism, Linguistic identity, Regret, Education
- Important Lines:
- “Vive La France!”
- “Our language is the key to our prison.”
- “You all have plenty of time tomorrow to learn German.”
भाग 8
,ठीक है, अब भाग 8 में मैं आपको पूरा 20-पैराग्राफ गहन विश्लेषण और साहित्यिक समीक्षा दे रहा हूँ, ii।
20-पैराग्राफ गहन विश्लेषण — “The Last Lesson”
1. ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
कहानी का आधार 1870–71 के Franco–Prussian War के बाद का समय है, जब जर्मनी ने फ्रांस को हराकर Alsace और Lorraine प्रांत अपने अधिकार में ले लिए। इस राजनीतिक बदलाव के तहत वहाँ की मातृभाषा, फ्रेंच, की जगह जर्मन पढ़ाने का आदेश आया। यह कहानी इसी आदेश के आखिरी दिन घटती है।
2. लेखक की दृष्टि
Alphonse Daudet इस घटना का इस्तेमाल मातृभाषा के महत्व को दिखाने के लिए करते हैं। वे बताते हैं कि भाषा सिर्फ संचार का साधन नहीं, बल्कि संस्कृति, पहचान और गौरव का प्रतीक है।
3. फ्रांज का चरित्र
Franz एक छोटा और चंचल छात्र है, जिसे पहले पढ़ाई से ज्यादा बाहर खेलना और मस्ती करना पसंद है। लेकिन जब उसे पता चलता है कि यह आखिरी फ्रेंच कक्षा है, तो उसमें गहरा बदलाव आता है।
4. M. Hamel का चरित्र
M. Hamel सख्त लेकिन ईमानदार शिक्षक हैं। 40 वर्षों तक उन्होंने गाँव में फ्रेंच पढ़ाई। आखिरी दिन वे अपने सबसे अच्छे कपड़े पहनते हैं और मातृभाषा के महत्व पर भावुक भाषण देते हैं।
5. गाँववालों की उपस्थिति
स्कूल में बुजुर्गों का आना बताता है कि भाषा और संस्कृति के नुकसान को पूरा गाँव महसूस कर रहा है। वे सम्मान और पछतावे की भावना से वहाँ मौजूद हैं।
6. मौन का महत्व
कक्षा में असामान्य शांति Franz के लिए नया अनुभव है। यह शांति आने वाले बदलाव की गंभीरता और भावनाओं को बढ़ा देती है।
7. प्रतीकवाद
- “Vive La France” – देशभक्ति का प्रतीक
- घड़ी की घंटी – समय का खत्म होना
- कपड़े – सम्मान और अवसर की गंभीरता
8. पश्चाताप (Regret)
Franz को अपने समय बर्बाद करने का गहरा अफसोस होता है। यह सार्वभौमिक भावना है—हम अक्सर किसी चीज़ का महत्व तब समझते हैं जब वह छिनने वाली होती है।
9. मातृभाषा का महत्व
M. Hamel कहते हैं—“When a people are enslaved, as long as they hold fast to their language, it is as if they had the key to their prison.” यह वाक्य भाषा को स्वतंत्रता और पहचान से जोड़ता है।
10. भावनात्मक चरम बिंदु
कहानी का भावनात्मक उच्च बिंदु तब आता है जब M. Hamel, बिना बोले, “Vive La France!” लिखते हैं और हाथ के इशारे से कक्षा समाप्त कर देते हैं।
11. व्यंग्य (Irony)
Franz और गाँववाले पहले कभी फ्रेंच की उतनी कद्र नहीं करते थे, जितनी उस दिन करते हैं। यह स्थिति एक गहरी विडंबना है।
12. वातावरण (Setting)
सुबह की प्राकृतिक सुंदरता, गाँव का शांत माहौल, और कक्षा का अनुशासित वातावरण—ये सभी मिलकर कहानी में भावनात्मक गहराई जोड़ते हैं।
13. शिक्षक–छात्र संबंध
M. Hamel का व्यवहार उस दिन बेहद नरम और प्रेरणादायक है। वे छात्रों को डांटने की बजाय प्रेरित करते हैं।
14. शिक्षा का महत्व
कहानी यह बताती है कि शिक्षा सिर्फ परीक्षा पास करने के लिए नहीं, बल्कि अपनी संस्कृति और सोच को सुरक्षित रखने के लिए भी जरूरी है।
15. राष्ट्रभक्ति
कहानी में राष्ट्रभक्ति सीधी-सीधी देश के प्रति प्रेम के रूप में नहीं, बल्कि भाषा के प्रति सम्मान के रूप में दिखाई देती है।
16. भाषा और शक्ति
भाषा पर नियंत्रण राजनीतिक शक्ति का प्रतीक है। विजेता की भाषा पढ़ाना विजित की पहचान को कमजोर करने का तरीका है।
17. भावनात्मक परिवर्तन
Franz का बदलाव—लापरवाह छात्र से जागरूक नागरिक तक—कहानी के संदेश को और मजबूत बनाता है।
18. लेखक की भाषा शैली
Daudet की शैली भावनात्मक, चित्रात्मक और सरल है, जिससे कहानी हर पाठक के दिल को छूती है।
19. नैतिक शिक्षा
- समय पर पढ़ाई का महत्व
- अपनी मातृभाषा का सम्मान
- संस्कृति और पहचान की रक्षा
20. आज के समय में प्रासंगिकता
भाषा का महत्व आज भी वही है। वैश्वीकरण के दौर में स्थानीय भाषाओं को बचाना हमारी जिम्मेदारी है।
साहित्यिक समीक्षा (Critical Review)
“The Last Lesson” एक मार्मिक और प्रेरणादायक कहानी है जो भाषा, संस्कृति और पहचान के गहरे रिश्ते को दर्शाती है। लेखक ने व्यक्तिगत अनुभवों को ऐतिहासिक घटनाओं से जोड़ा है। इसकी सबसे बड़ी ताकत इसका सादापन और भावनात्मक प्रभाव है। कहानी पाठकों को सोचने पर मजबूर करती है कि हम अपनी भाषा और संस्कृति की रक्षा के लिए क्या कर रहे हैं।
✍️ लेखिका: पूनम कुमारी
(Digital Computer Tips & गांव की डिजिटल दुनिया ब्लॉग से) से भी हैं।
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लेखक: पूनम कुमारी
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✍️ लेखक: पूनम कुमारी
ब्लॉग: Board exam 2025 ki Taiyari
प्रकाशन तिथि 15 अगस्त 2025
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